दोस्तों, क्या आपने कभी सोचा है स्वामी रामदेव जी से ही कांग्रेस क्यों परेशां है और डरती है, जानिए कारन:---
१-स्वामी रामदेव जी के तर्क के आगे कांग्रेस के तथाकथित प्रवक्ता ५ मिनट भी नहीं टिकेंगे.
२- स्वामी जी के पास कांग्रेस का वास्तविक इतिहास का साक्ष्य है और कांग्रेस के कारनामो का काला चिटठा है,अभी भी लोग सुभाष चन्द्र बोस के बारे में सच्चाई जानना चाहते है. अपने महान देश के वास्तविक इतिहास को जानना हर भारत वासी का हक़ है जिसके साक्ष्य ब्रिटिश लाइब्रेरी में अभी भी रखे गए है और हमारे शहीदों के परिजन उसे नहीं जानते है.
३- अभी तो बात आएगी मंच पर बहस की, जिसकी की आगे के किसी भी चुनाव में जोर देकर मांग की जायेगी, तब ये अज्ञानी प्रवक्ता मंच पर जनता को क्या जवाब देंगे, कांग्रेस के झूठे और काले इतिहास को कैसे सही ठहराएंगे.
४-मंच पर ये बहस नहीं होगी की क्या विकास किया, बहस होगी की राहुल, सोनिया, चिदंबरम, पवार, मनमोहन, विलासराव देशमुख, अहमद पटेल, प्रणव मुखर्जी जैसे लोंगो के भी काले धन के खाते है क्या? कालाधन और भ्रष्टाचार के साथ ही तबाही वाली महगाई बहुत बड़े मुद्दे होंगे.
५- काले धन का इतिहास क्या है, पहले कपिल सिब्बल ने कहा कोई भी नुकसान २ जी घोटाले में नहीं हुआ है, फिर अहलुवालिया ने कहा की हा वास्तव में कोई घोटाला नहीं हुआ है, फिर मनमोहन ने कहा इसकी जाँच चल रही है, विपक्ष को टालते रहे, राजा जैसा आदमी जिसके पास अपनी मोबाइल को टाप अप करने का पैसा नहीं हो, यदि वह अपनी पत्नी क्र नाम ३००० करोड़ रुपया मारीशाश में जमा कर दे, क्या यह सब बिना सोनिया की जानकारी के कर सकता है, उस पार्टी में जहा पर बिना सोनिया के पूंचे कोई वक्तव्य तथाकथित प्रवक्ता नहीं दे सकते है, फिर आया महा घोटाला देवास-इसरो डील का जिसमे की २०५००० करोड़ की बैंड को मात्र १२०० करोड़ के १० साल के उधार के पैसे में दे दिया गया, भला हो सुब्रमनियम स्वामी जी का जिन्हें इन चोरो को नंगा कर दिया, हमारी कांग्रेसी और विदेशी मिडिया सुब्रमनियम स्वामी की तस्वीर हमेशा से गलत पेश किया है जब की वास्तव में भारत देश को ऐसे ही इमानदार और राष्ट्रभक्त नेताओ की जरुरत है जिसने कभी भी चोरी के बारे में सोचा ही नहीं, फिर आया कामनवेल्थ खेल का ९०००० करोड़ का घोटाला, फिर कोयला का घोटाला जिसमे कोयला मात्र १०० रुपये में १००० किलो बेचा जाता है और उसे बाजार में १० रुपये किलो तक बेच जाता है, यह रकम अब तक २६ लाख करोड़ होती है, कोयला घोटाला सीधे मनमोहन सिंह के जिम्मेदारी में हुई है. सरकार को पलट देने वाली पेट्रोलिं घोटाला तो अभी चर्चा में भी नहीं आया है.
६-इटली ८ बैंक और स्वीटजरलैंड के ४ बैंको को २००५ में भारत में क्यों खोला गया है और इसमे किसका पैसा जमा होता है , ये बैंक किसको लोन देते है और इनका ब्याज क्या है, इनकी जरुरत क्यों आ पड़ी भारत में जब की भारत के ही बैनकरो की बैंक खोलने की अरजिया सरकार के पास धुल खा रही है, इन बैंको को चोरी छुपे क्यों खोला गया है, इन बैंको आवश्यकता क्यों है जब भारत में ८०% लोग सिर्फ २० रूपया प्रतिदिन कमाते है, इटली के बैंक वहा के माफिया चलाते है, इसका जबाब मंच पर टी वी के सामने माँगा जायेगा,
७-भारत के किसानो की कमी से कमीशन लेने वाले चोर कत्रोची के बेटे को अंदमान दीप समूह में तेल की खुदाई का ठेका क्यों दिया गया २००५ में, किसने दिया ठेका, किसके कहने पर दिया ठेका, क्या वहा पर पहले से ही तेल के कुऊ का पता लगाकर वह स्थान इसे दे दिया गया जैसे की बहुत बार खबरों में अन्य संदर्भो में आती है, यह खबर क्यों छुपाई गयी अब तक, इसे देश को क्यों नहीं बताया गया, मिडिया क्यों इसे छुपा गई, और विपक्ष ने इसे मुद्दा क्यों नहीं बनाया.
८- सरकार ने पहले कहा की बाबा बकवास कर रहे है, काला धन नाम की कोई चीज नहीं है,जब की पूरा कालाधन करीब ५०० लाख करोड़ से जयादा है. अब स्विस सरकार ने खा की सिर्फ ११००० करोड़ ही भाटियो का है जब की अकेले हसन अली ने १००००० करोड़ ३ मुख्यमंत्रियों का जमा किया था. ६००० करोड़ अकेले रजा का और ४००० करोड़ मधु कोड़ा का है.
९-फिर खबर आयी की काला धन है और सबसे ज्यादा भारतीयों का है, यह स्विस बैंको के आलावा ७० और दुसरे देसों में जमा है,
१०- सरकार ने कहा की टैक्स चोरी का मामला है, हम उन देशो से समझौते कर रहे है, जिससे की दोहरा कर न देना पड़े,
११- अरे उल्लू के पठ्ठों , यह टैक्स चोरी नहीं भारत देशको लूट डालने का मामला है जिसकी सजा किसान से पूंछो तो सिर्फ मौत देना चाहता है वह भी सब कुछ वसूल लेने के बाद, यह बात हमारी सुप्रीम कोर्ट पहले कहकर एस आई टी गठित कर चुकी है.
१२- फिर बात आई की यदि ये डकैत और लुटेरे इसमे से १५% टैक्स सरकार को दे तो इसे भारत के बैंको में जमा करने दिया जायेगा और किसी को यह हक़ नहीं होगा की वह पूछे की या इतना पैसा कैसे कमाया या लूटा. सरकार इस पर एक कानून ला रही है, क्यों, किसको बचाया जा रहा है, जिसने भी यह गद्दारी की है उसे तो भीड़ ही मार डालेगी, इन्ही लोगो की वजह से भारत में इतनी महागायी है की लोग शादी खर्च से बचने के लिए बेटियों की जान ले ले रहे है, किसान आत्महत्या कर रहा ई, गरीब दवा नहीं करा रहा है, बच्चे स्कुल नहीं जा रहे है, इन्हें तो किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जा सकता है, ये यूरिया घोटाला करते है और यूरिया किसान को दुगुने दाम बचा जाता है, फिर गेहू सस्ते में खरीदा जाता है, और अब तो घोटाला ११५% हो जायेगा, ११५ चुराओ, १५ सरकार को देकर १०० रखा लो, इनको पैदा करने वाली माँ को थू थू.
१३- भारत के साथ जितने समझौते विदेशो से हुए है, उनका मतलब जनता को बता कर मंच पर पूंछा जायेगा अमेरिका जैसा,
१४-हमारे देश में क्यों अनुसन्धान के लिए पर्याप्त पैसा नहीं दिया जाता है, यह कीसकी चाल है, जिसकी वजह से हम ५-१० गुना दाम में विदेशी चीजे खरीदते है,
१५-ऐसे कौन से कारन है जिनके कारन हम नेहरू के द्वारा ट्रांसफर अफ पॉवर अग्रीमेंट १४ अगस्त १९४७ को दस्तखत करने के बाद भी आज तक विक्सित देश नहीं बन पाए, जब की हमारी जनता हफ्ते में ९० घंटा कम कराती है और कामचोर अंग्रेज सिर्फ ३० घंटा काम करते है,
१६-क्या कारन है की हमारे ४७ रुपये में १ डालर और ९० रुपये में १ पौंड मिलाता है, जब की १९४७ में १ रुपये में १ डालर मिलाता था.
१७- हम किसके कहने पर अरब देशो से और इरान से अभी तक अच्छा रिश्ता नहीं रख पाए,
१८-क्या कारन है की हमारे देश में एक भी सोलर ऊर्जा वैज्ञानिक नहीं है और दुनिया भर के परमाणु वैज्ञानिक है जो हमें हमेशा झूठा अश्वाव्हन देते है की यह परमाणु बिजली सस्ती और निरापद है भारत की परमाणु से सम्बंधित कुल बाजार ७५० लाख करोड़ का होगा. जब की हम भारत में ४००००० मेगावाट सोलर बिजली बना सकते है, गाव का काम सोलर से ही हो जायेगा.
१९-हम अभी तक सुरक्षित अन्ना भण्डारण की व्यवस्था क्यों नहीं बना पाए जब की हमारे पास धन की कमी ही नहीं है, क्योकि अन्न को सडा दिखाकर उसे कौड़ियो के भाव शराब माफिया को बचा जाता है जब की गरीब अन्ना बिना मर रहा है, इसके लिए तो कोई एक व्यक्ति जिम्मेदार होगा, उसकी सजा क्या है,
२०- सरकार लोगो की इ-मेल आई दी क्यों ब्लाक कर रही है और नेट से सामग्री क्यों हटवा रही है,
२१-जब वोटिंग मशीन से घपला किया ज़ा सकता है तो क्यों न इसे हटा दिया जाय और पर्ची वाली वोटिंग लाई जाये.
२२- मीडिया को निष्पक्ष बनाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है, सभी भारतीयों को पता चल गया है की मिडिया , टीवी और पत्रिकाए सरकार को बिक चुकी है, बड़े शर्म की बात है, शाम को सिर्फ ४ रोटी खाने के लिए भारत माता से गद्दारी क्यों, मिडिया वालो रात में सोकर सोचो, नहीं सो पाओगे, क्या तुम्हारी जननी तुमसे यही आशा करती है.
२३- सरकार जबरदस्ती जमीं अधिग्रहण क्यों कर रही है जब की कानून स्वयं केंद्र सर्कार बनाती है.
स्वामी जी की टीम निरक्षरों की नहीं बल्कि बहुत पढ़ी लिखी, ज्ञानी, दानी, समर्पित, इमानदार और राष्ट्रप्रेमी टीम है, इसमे ज्यादातर इंजिनियर और आई टी , सेना आदि के लोग जुड़े है, सबको उचित समय पर स्वामी रामदेवजी के आदेश का इंतजार है और उन्ही के मार्ग दर्शन में भारत स्वाभिमान अभियान को गति देने की जरुरत है भारत माता इसी का बेसब्री से इंतजार कर रही है.
जय भारत
१-स्वामी रामदेव जी के तर्क के आगे कांग्रेस के तथाकथित प्रवक्ता ५ मिनट भी नहीं टिकेंगे.
२- स्वामी जी के पास कांग्रेस का वास्तविक इतिहास का साक्ष्य है और कांग्रेस के कारनामो का काला चिटठा है,अभी भी लोग सुभाष चन्द्र बोस के बारे में सच्चाई जानना चाहते है. अपने महान देश के वास्तविक इतिहास को जानना हर भारत वासी का हक़ है जिसके साक्ष्य ब्रिटिश लाइब्रेरी में अभी भी रखे गए है और हमारे शहीदों के परिजन उसे नहीं जानते है.
३- अभी तो बात आएगी मंच पर बहस की, जिसकी की आगे के किसी भी चुनाव में जोर देकर मांग की जायेगी, तब ये अज्ञानी प्रवक्ता मंच पर जनता को क्या जवाब देंगे, कांग्रेस के झूठे और काले इतिहास को कैसे सही ठहराएंगे.
४-मंच पर ये बहस नहीं होगी की क्या विकास किया, बहस होगी की राहुल, सोनिया, चिदंबरम, पवार, मनमोहन, विलासराव देशमुख, अहमद पटेल, प्रणव मुखर्जी जैसे लोंगो के भी काले धन के खाते है क्या? कालाधन और भ्रष्टाचार के साथ ही तबाही वाली महगाई बहुत बड़े मुद्दे होंगे.
५- काले धन का इतिहास क्या है, पहले कपिल सिब्बल ने कहा कोई भी नुकसान २ जी घोटाले में नहीं हुआ है, फिर अहलुवालिया ने कहा की हा वास्तव में कोई घोटाला नहीं हुआ है, फिर मनमोहन ने कहा इसकी जाँच चल रही है, विपक्ष को टालते रहे, राजा जैसा आदमी जिसके पास अपनी मोबाइल को टाप अप करने का पैसा नहीं हो, यदि वह अपनी पत्नी क्र नाम ३००० करोड़ रुपया मारीशाश में जमा कर दे, क्या यह सब बिना सोनिया की जानकारी के कर सकता है, उस पार्टी में जहा पर बिना सोनिया के पूंचे कोई वक्तव्य तथाकथित प्रवक्ता नहीं दे सकते है, फिर आया महा घोटाला देवास-इसरो डील का जिसमे की २०५००० करोड़ की बैंड को मात्र १२०० करोड़ के १० साल के उधार के पैसे में दे दिया गया, भला हो सुब्रमनियम स्वामी जी का जिन्हें इन चोरो को नंगा कर दिया, हमारी कांग्रेसी और विदेशी मिडिया सुब्रमनियम स्वामी की तस्वीर हमेशा से गलत पेश किया है जब की वास्तव में भारत देश को ऐसे ही इमानदार और राष्ट्रभक्त नेताओ की जरुरत है जिसने कभी भी चोरी के बारे में सोचा ही नहीं, फिर आया कामनवेल्थ खेल का ९०००० करोड़ का घोटाला, फिर कोयला का घोटाला जिसमे कोयला मात्र १०० रुपये में १००० किलो बेचा जाता है और उसे बाजार में १० रुपये किलो तक बेच जाता है, यह रकम अब तक २६ लाख करोड़ होती है, कोयला घोटाला सीधे मनमोहन सिंह के जिम्मेदारी में हुई है. सरकार को पलट देने वाली पेट्रोलिं घोटाला तो अभी चर्चा में भी नहीं आया है.
६-इटली ८ बैंक और स्वीटजरलैंड के ४ बैंको को २००५ में भारत में क्यों खोला गया है और इसमे किसका पैसा जमा होता है , ये बैंक किसको लोन देते है और इनका ब्याज क्या है, इनकी जरुरत क्यों आ पड़ी भारत में जब की भारत के ही बैनकरो की बैंक खोलने की अरजिया सरकार के पास धुल खा रही है, इन बैंको को चोरी छुपे क्यों खोला गया है, इन बैंको आवश्यकता क्यों है जब भारत में ८०% लोग सिर्फ २० रूपया प्रतिदिन कमाते है, इटली के बैंक वहा के माफिया चलाते है, इसका जबाब मंच पर टी वी के सामने माँगा जायेगा,
७-भारत के किसानो की कमी से कमीशन लेने वाले चोर कत्रोची के बेटे को अंदमान दीप समूह में तेल की खुदाई का ठेका क्यों दिया गया २००५ में, किसने दिया ठेका, किसके कहने पर दिया ठेका, क्या वहा पर पहले से ही तेल के कुऊ का पता लगाकर वह स्थान इसे दे दिया गया जैसे की बहुत बार खबरों में अन्य संदर्भो में आती है, यह खबर क्यों छुपाई गयी अब तक, इसे देश को क्यों नहीं बताया गया, मिडिया क्यों इसे छुपा गई, और विपक्ष ने इसे मुद्दा क्यों नहीं बनाया.
८- सरकार ने पहले कहा की बाबा बकवास कर रहे है, काला धन नाम की कोई चीज नहीं है,जब की पूरा कालाधन करीब ५०० लाख करोड़ से जयादा है. अब स्विस सरकार ने खा की सिर्फ ११००० करोड़ ही भाटियो का है जब की अकेले हसन अली ने १००००० करोड़ ३ मुख्यमंत्रियों का जमा किया था. ६००० करोड़ अकेले रजा का और ४००० करोड़ मधु कोड़ा का है.
९-फिर खबर आयी की काला धन है और सबसे ज्यादा भारतीयों का है, यह स्विस बैंको के आलावा ७० और दुसरे देसों में जमा है,
१०- सरकार ने कहा की टैक्स चोरी का मामला है, हम उन देशो से समझौते कर रहे है, जिससे की दोहरा कर न देना पड़े,
११- अरे उल्लू के पठ्ठों , यह टैक्स चोरी नहीं भारत देशको लूट डालने का मामला है जिसकी सजा किसान से पूंछो तो सिर्फ मौत देना चाहता है वह भी सब कुछ वसूल लेने के बाद, यह बात हमारी सुप्रीम कोर्ट पहले कहकर एस आई टी गठित कर चुकी है.
१२- फिर बात आई की यदि ये डकैत और लुटेरे इसमे से १५% टैक्स सरकार को दे तो इसे भारत के बैंको में जमा करने दिया जायेगा और किसी को यह हक़ नहीं होगा की वह पूछे की या इतना पैसा कैसे कमाया या लूटा. सरकार इस पर एक कानून ला रही है, क्यों, किसको बचाया जा रहा है, जिसने भी यह गद्दारी की है उसे तो भीड़ ही मार डालेगी, इन्ही लोगो की वजह से भारत में इतनी महागायी है की लोग शादी खर्च से बचने के लिए बेटियों की जान ले ले रहे है, किसान आत्महत्या कर रहा ई, गरीब दवा नहीं करा रहा है, बच्चे स्कुल नहीं जा रहे है, इन्हें तो किसी कीमत पर नहीं छोड़ा जा सकता है, ये यूरिया घोटाला करते है और यूरिया किसान को दुगुने दाम बचा जाता है, फिर गेहू सस्ते में खरीदा जाता है, और अब तो घोटाला ११५% हो जायेगा, ११५ चुराओ, १५ सरकार को देकर १०० रखा लो, इनको पैदा करने वाली माँ को थू थू.
१३- भारत के साथ जितने समझौते विदेशो से हुए है, उनका मतलब जनता को बता कर मंच पर पूंछा जायेगा अमेरिका जैसा,
१४-हमारे देश में क्यों अनुसन्धान के लिए पर्याप्त पैसा नहीं दिया जाता है, यह कीसकी चाल है, जिसकी वजह से हम ५-१० गुना दाम में विदेशी चीजे खरीदते है,
१५-ऐसे कौन से कारन है जिनके कारन हम नेहरू के द्वारा ट्रांसफर अफ पॉवर अग्रीमेंट १४ अगस्त १९४७ को दस्तखत करने के बाद भी आज तक विक्सित देश नहीं बन पाए, जब की हमारी जनता हफ्ते में ९० घंटा कम कराती है और कामचोर अंग्रेज सिर्फ ३० घंटा काम करते है,
१६-क्या कारन है की हमारे ४७ रुपये में १ डालर और ९० रुपये में १ पौंड मिलाता है, जब की १९४७ में १ रुपये में १ डालर मिलाता था.
१७- हम किसके कहने पर अरब देशो से और इरान से अभी तक अच्छा रिश्ता नहीं रख पाए,
१८-क्या कारन है की हमारे देश में एक भी सोलर ऊर्जा वैज्ञानिक नहीं है और दुनिया भर के परमाणु वैज्ञानिक है जो हमें हमेशा झूठा अश्वाव्हन देते है की यह परमाणु बिजली सस्ती और निरापद है भारत की परमाणु से सम्बंधित कुल बाजार ७५० लाख करोड़ का होगा. जब की हम भारत में ४००००० मेगावाट सोलर बिजली बना सकते है, गाव का काम सोलर से ही हो जायेगा.
१९-हम अभी तक सुरक्षित अन्ना भण्डारण की व्यवस्था क्यों नहीं बना पाए जब की हमारे पास धन की कमी ही नहीं है, क्योकि अन्न को सडा दिखाकर उसे कौड़ियो के भाव शराब माफिया को बचा जाता है जब की गरीब अन्ना बिना मर रहा है, इसके लिए तो कोई एक व्यक्ति जिम्मेदार होगा, उसकी सजा क्या है,
२०- सरकार लोगो की इ-मेल आई दी क्यों ब्लाक कर रही है और नेट से सामग्री क्यों हटवा रही है,
२१-जब वोटिंग मशीन से घपला किया ज़ा सकता है तो क्यों न इसे हटा दिया जाय और पर्ची वाली वोटिंग लाई जाये.
२२- मीडिया को निष्पक्ष बनाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है, सभी भारतीयों को पता चल गया है की मिडिया , टीवी और पत्रिकाए सरकार को बिक चुकी है, बड़े शर्म की बात है, शाम को सिर्फ ४ रोटी खाने के लिए भारत माता से गद्दारी क्यों, मिडिया वालो रात में सोकर सोचो, नहीं सो पाओगे, क्या तुम्हारी जननी तुमसे यही आशा करती है.
२३- सरकार जबरदस्ती जमीं अधिग्रहण क्यों कर रही है जब की कानून स्वयं केंद्र सर्कार बनाती है.
स्वामी जी की टीम निरक्षरों की नहीं बल्कि बहुत पढ़ी लिखी, ज्ञानी, दानी, समर्पित, इमानदार और राष्ट्रप्रेमी टीम है, इसमे ज्यादातर इंजिनियर और आई टी , सेना आदि के लोग जुड़े है, सबको उचित समय पर स्वामी रामदेवजी के आदेश का इंतजार है और उन्ही के मार्ग दर्शन में भारत स्वाभिमान अभियान को गति देने की जरुरत है भारत माता इसी का बेसब्री से इंतजार कर रही है.
जय भारत
atyant sunder .......... aisa hi hona chahiye
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